कोथावां\हरदोई। जनपद के विकासखण्ड कोथावां की ग्राम पंचायत ऐमा के ग्राम पंचायत सदस्यों सहित ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी(सचिव) पर कई बिंदुओं पर भ्रष्टाचार व सरकारी धन के गबन का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से शिकायत की थी जिस पर जांच हेतु नामित हुए भूमि संरक्षण अधिकारी(प्रथम)-हरदोई नरोत्तम कुमार ने बुधवार को ऐमा कमालपुर के प्राथमिक विद्यालय पहुंचकर शिकायतकर्ताओं के बयान दर्ज किए।
बताते चलें कि कोथावां की ग्राम पंचायत ऐमा के पंचायत सदस्य सर्वेश कुमार, अरविंद कुमार, बड़क्के, केशन, सुंदरलाल, रामदेई, टिकाना, जगदेई आदि ने शपथपत्र पर शिकायत कर ग्राम प्रधान रामदेवी व सचिव संतोष कुमार पर सदस्यों को विश्वास में ना लेकर उनके फर्जी हस्ताक्षर व अंगूठा निशान बनाकर फर्जी कार्य दिखाकर सरकारी धन हड़पने, भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने आदि कई बिंदुओं पर आरोप लगाते हुए ग्राम प्रधान से सरकारी धन की रिकवरी व धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करने सहित कार्यवाहक प्रधान नियुक्त करने की मांग की थी। पंचायत सदस्यों ने बताया कि ग्राम प्रधान रामदेवी अपने परिजनों सहित पिछले लगभग 40 वर्षों से लखनऊ में निवास कर रही हैं। सिर्फ शपथ-ग्रहण में दिखने के बाद आज तक गांव या किसी बैठक में नहीं आई हैं। उनके बेटे मुकेश कुमार द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर प्रधान के हस्ताक्षर किए जाते हैं और फर्जी कार्य दिखाकर सचिव संतोष कुमार व प्रधानपुत्र मुकेश कुमार द्वारा सरकारी पैसों का बंदरबांट किया जाता है।
वहीं शिकायतकर्ता विशेश्वर सिंह यादव ने ग्राम प्रधान रामदेवी पर कूटरचित/फर्जी दस्तावेजों के सहारे चुनाव जीतने पर उनका निर्वाचन रद्द करने व ग्राम प्रधान पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान रामदेवी का वास्तविक नाम आशा देवी है और चुनाव के दो दिन पूर्व व बिना कोई गजट कराए, अपना आधार कार्ड संशोधित करवाकर वास्तविक नाम आशा देवी की जगह रामदेवी के नाम से नामांकन कराया था और चुनाव जीता था। ग्राम प्रधान रामदेवी ने अपने चुनावी शपथपत्र में भी निर्वाचन आयोग को अपूर्ण/भ्रामक जानकारी देते हुए स्वयं व संयुक्त अथवा अपने परिजनों की चल-अचल सम्पत्तियों, वाहनों आदि का कोई विवरण नहीं दिया जबकि रामदेवी व उनके पति, पुत्र के नाम लखनऊ में लाखों रुपए के आवासीय भवन, भूखण्ड, गांव में कृषि भूमि, पुत्र मुकेश कुमार के नाम लग्जरी कार है और पति रामपाल सरकारी ठेकेदार हैं। पति के बैंक खातों में भी नॉमिनी के रूप में रामदेवी की जगह आशा देवी अंकित है। वहीं नगर निगम लखनऊ की मतदाता सूची में भी इनके पूरे परिवार का नाम जुड़ा है। बेटे मुकेश कुमार के शैक्षणिक दस्तावेजों पर आशा सिंह यादव व ग्राम पंचायत के परिवार रजिस्टर में हेमलता लिखा है। विशेश्वर सिंह यादव ने ग्राम प्रधान रामदेवी के द्वारा निहायती झूठा व कूटरचित शपथपत्र दाखिल करके प्रधान निर्वाचित होने पर रामदेवी के विरुद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के उल्लंघन पर उनका निर्वाचन रद्द करते हुए मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
प्रकरण के संदर्भ में जांच करने पहुंचे भूमि संरक्षण अधिकारी नरोत्तम कुमार से जब इस संबंध में वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि पंचायत सदस्यों द्वारा ग्राम प्रधान व सचिव के विरुद्ध शिकायतों पर जांच करते हुए सभी के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और तदानुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। जांच के समय रा०ज०प्र०यो०-हरदोई के सहायक अभियंता बृजेश मौर्य सहित ग्राम पंचायत के दर्जनों नागरिक मौजूद रहे।
Post a Comment