संडीला/हरदोई। संडीला नगर के अंतर्गत सड़क पर निकल रहे हैं तो होशियार रहिए। सड़क पर ई-रिक्शा लेकर फर्राटा भर रहे नाबालिग कभी भी आपको अपनी चपेट में लेकर हताहत कर सकते हैं। मार्गों पर इनकी रफ्तार हवा से बातें करने वाली होती हैं। बाइक और कार ही नहीं ऑटो और ई-रिक्शा का संचालन भी बड़े पैमाने पर नाबालिग कर रहे हैं। नियमानुसार यह गलत है। इनके पास न तो लाइसेंस है और न ही वाहन चलाने की परिपक्वता। ऐसे में दुर्घटना होने का भय रहता है।शहर की सड़कों पर यातायात नियमों का उल्लंघन कैसे होता है।यह बखूबी देखा जा सकता है। खासकर तब जब विद्यालय खुले हों। नियम के कानूनों की बात करें तो ड्राइविंग लाइसेंस न होने पर ढाई हजार और दुर्घटना की स्थिति में 25 हजार रुपये तक जुर्माने का नियम हैं। स्टेयरिंग तक इनके हाथों यही नहीं शहर में छोटे-छोटे बच्चे भी ई-रिक्शा चलाते हुए आसानी से नजर आ जाएंगे। जो अपनी और उसमें बैठने वाली सवारियों की जान जोखिम में डाल रहे हैं। 

नाबालिग यदि वाहन चला रहे तो वह यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। इसे लेकर अभियान चलाया जाएगा। ताकि उन पर अंकुश लग सके।संडीला नगर पालिका की ई0ओ0 से बात कर यहाँ पता हुआ की संडीला नगर में लगभग हजारों की संख्या में ई रिक्शे चल रहे है। लेकिन नगर पालिका से रेजिस्ट्रेशन केवल 80 ई रिक्शे के ही बने है। तो यह बात समझ में नहीं आती है। कि बाकी की ई रिक्शा किस की मर्जी से चल रहा है। क्या संडीला नगर में यातायात की जिम्मेदारी खत्म हो चुकी है। आखिर किसके संरक्षण में चल रहे हैं यह रिक्शे जो आपात रहे और चल भी रहे आखिर क्यों और कौन है इसका जिम्मेदार कौन है।

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