अखिलेश सिंह /रजनीश सिंह

हरदोई। पूर्णिमा पर्व पर रेलवे गंज स्थित राधाकृष्ण मन्दिर में आयोजित सत्संग में आचार्य श्री संतोष भाई जी ने बताया कि गुरु पूर्णिमा वर्ष में एक बार अपने गुरुजनों महापुरुषों संतो माता पिता के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन है आज के दिन हमें उन सभी लोगों के प्रति आभार करना चाहिए जिन लोगों ने हमें आगे बढ़ने में सहायता की है और प्रेरणा दी है इस दिन पर उन लोगों को भी मन से धन्यवाद ज्ञापित करना चाहिए जिन लोगों ने आपके जीवन में ताने कसे हैं और आपके जीवन में प्रगति के मार्ग पर बाधा उत्पन्न किए। 

क्योंकि बाधा उत्पन्न करने से व्यक्ति को आगे बढ़ने का साहस मिलता है तो इस प्रकार सभी लोगों का धन्यवाद देना चाहिए सब के प्रति कृतज्ञ भाव रखना चाहिए गोस्वामी तुलसीदास जी ने अपनी वाणी में कहा है "बंदऊ संत असज्जन चरना" दत्तात्रेय भगवान ने 24 गुरुओं को वरण किया था इस प्रकृति में हमें हर व्यक्ति हर वस्तु हर पदार्थ से ज्ञान प्राप्त करना चाहिए और उसके प्रति धन्यवाद देते हुए अपने जीवन को आगे बढ़ाना चाहिए गुरु से थोड़ा ज्ञान लेकर अपने जीवन में गुरुता को धारण करना चाहिए और स्वयं अपनी आत्मा अपने मन का गुरु बनना चाहिए ताकि हम भूल करें और हम ही अपने आप को निर्देशित कर ले कि यह भूल हमसे हुई है हर व्यक्ति के भीतर कुछ न कुछ प्रतिभा छिपी होती है और सभी लोगों के भीतर गुरु का ज्ञान छिपा होता है इसलिए अपनी आत्मा के गुरु स्वयं बने क्योंकि बिना आत्मा को जाने मनुष्य की मुक्ति संभव नहीं है।

इस अवसर पर पवन अग्रवाल और वेद गुप्ता जी ने गुरु वंदना किया और भगवान के सुंदर सुंदर भजन गाए ।इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से शिव कुमार गुप्ता,उमाकांत गुप्ता,गिरीश डिडवानिया सुनील अग्रवाल,वेद गुप्ता अमित अग्रवाल,अपूर्व माहेश्वरी,संकेत मिश्र राजबाला,कुसुम गुप्ता उर्मिला गुप्ता,रीना जायसवाल मंजू गुप्ता अग्रवाल उर्मिला गुप्ता आदि बहुत सारे भक्त जनों ने गुरु पूर्णिमा का उत्सव बड़ी धूम-धाम से मनाया।

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