कछौना\हरदोई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कई वर्षों पूर्व एचसीएल फाउंडेशन ने लाखों रुपए की लागत की अल्ट्रासाउंड मशीन सीएसआर फंड से क्षेत्रीय लोगों के बेहतर इलाज हेतु लगवाई थी। कुछ दिन मशीन चलने के बाद बंद हो गई। इसके बाद से धूल फांक रही है। विभागीय अधिकारी एचसीएल फाउंडेशन व जनप्रतिनिधि अल्ट्रासाउंड मशीन को विधिवत चालू कराने में रुचि नहीं ली। जिसका खामियाजा गर्भवती महिलाओं व आम जनमानस को उठाना पड़ रहा है। बताते चलें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना के अंतर्गत दो लाख की आबादी स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 500 मरीज विभिन्न बीमारियों के लिए स्वास्थ सेवाओं के लिए आते हैं। सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाओं को नवजात शिशु की उचित देखभाल हेतु अल्ट्रासाउंड की आवश्यकता होती है। अल्ट्रासाउंड की सुविधा न होने के लिए गर्भवती महिलाओं को 20 किलोमीटर सण्डीला अथवा 35 किलोमीटर हरदोई दूर दौड़ना पड़ता है। 

वर्तमान समय में लखनऊ पलिया हाईवे का निर्माण कार्य चल रहा है। सड़क काफी ऊबड़ खाबड़ व गड्ढा युक्त है। ऐसे में हरदोई व सण्डीला जाना जोखिम से कम नहीं है। मरीजों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। सीएचसी कछौना में अल्ट्रासाउंड मशीन उपलब्ध होने के बाद भी अल्ट्रासाउंड न होने का सीधा असर मरीजों को झेलना पड़ता है। मरीजों को कई दिनों  का जोखिम सफर व आर्थिक खर्च वहन करना पड़ता है। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने इस मशीन को चालू कराने के लिए शासन प्रशासन को पत्र लिखकर मांग कर चुके हैं, लेकिन स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल होने के कारण अल्ट्रासाउंड मशीन नहीं चालू हो पा रही है। लाखों रुपए की कीमत की मशीन खराब हो रही है। गृह जनपद स्वास्थ्य मंत्री का होने के बावजूद एक रेडियोलॉजिस्ट की नियुक्ति न करा पाना उनकी लोकप्रियता पर प्रश्नचिन्ह हैं। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० रोहतास कुमार ने बताया कछौना सीएससी पर अल्ट्रासाउंड मशीन की सुविधा है, सप्ताह में दो दिन महिला डॉक्टर की नियुक्ति कर चालू कराई जाएगी।

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