हरदोई। आईजीआरएस और हेल्पलाइननंबर पर शिकायतों के निस्तारण में डीएम एमपी सिंह ने सूबे में चौथा स्थान हासिल किया है। वहीं पहला स्थान फिरोजाबाद और दूसरा शाहजहांपुर और संभल ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। दरअसल जिलाधिकारी ने हर रोज लगभग 150 जन शिकायतों का निस्तारण किया। जिसमे पिछले एक साल में 384 परियोजनाओं को समय पर गुणवत्ता युक्त तरीके से पूरा कराया। इसके साथ ही आम लोगों में प्रशासन की विश्वसनीयता को भी बढ़ाया है। इस उपलब्धि पर जिलाधिकारी ने कहा कि अब उनके ऊपर और आमजन के मानकों पर खरा उतरने की और अधिक जिम्मेदरी आ गई है। इसे वह बखूबी निभाने की पूरी कोशिश करेंगे।

  • मुख्तार अंसारी जैसे अपराधियों के ऊपर कड़ी कार्रवाई कर चुके हैं आईएएस एमपी सिंह

हरदोई के डीएम इससे पहले गाजीपुर के डीएम थे और उन्होंने मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत अपराधियों के ऊपर सख्त तेवर अपनाए थे मुख्तार अंसारी का गड़ माने जाने वाले गाजीपुर में भी योगी आदित्यनाथ ने अपने फेवरेट ऑफिसर आईएएस मंगला प्रसाद सिंह को तैनात किया था तभी से यह नाम उत्तर प्रदेश के तेजतर्रार अधिकारियों में गिने जाने लगा फिलहाल इस समय एमपी सिंह हरदोई के डीएम है और सरकार की योजनाओं में जिले को अव्वल स्थान दिलाने के लिए कार्य कर रहे हैं।

  • कभी मिल सकती है बड़ी और अहम जिम्मेदारी

योगी सरकार ने ऐसे आईएएस अधिकारियों की लिस्ट तैयार की है जिन्हें वह कभी भी प्रदेश सरकार के अहम पदों पर बैठा सकते हैं सरकार ने उत्तर प्रदेश में 10 आईएएस जिलाधिकारियों को चयनित किया है जो कि सरकार की मंशा के अनुरूप लगातार अपनी अच्छी कार्यशैली को लेकर चर्चाओं में बने हुए हैं सरकार की मनसा स्पष्ट है कि जो अधिकारी जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम करेगा उसी को एम जिम्मेदारी मिलेगी यदि कोई अधिकारी कहीं पर भी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है या सरकार की छवि धूमिल करने का प्रयास करेगा तो उसके खिलाफ सख्त से कार्रवाई की जाएगी ।

क्या कहा जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने- 

जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि वे रोज कार्यालय में समय से आकर जन शिकायतों को सुनकर उनका निस्तारण करते हैं। उनका कहना है कि जरूरत पड़ने पर संबंधित विभाग के अधिकारी को तलब कर तत्काल लोगों की समस्या का मौके पर ही निस्तारित करने का प्रयास करते हैं। वे बताते हैं कि यदि किसी की शिकायत में काम होना संभव नहीं होता है तो उसे इसकी सही जानकारी दे दी जाती है। ऐसे लोगों की संख्या दो से तीन प्रतिशत होती है। उनका कहना है कि शिकायत करने वाले लोगों की संख्या अवकाश के दिनों के बाद और अधिक बढ़ जाती है। कार्यालय में आमजन संपर्क करके और अपनी लिखित शिकायत दे सकते हैं। इसके बाद तत्काल इन शिकायतों पर कार्रवाई की जा रही है। 

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