कछौना\हरदोई। विकासखंड कछौना कार्यालय विभागीय अधिकारियों की उदासीनता के चलते अव्यस्थाओं की भेंट चढ़ गया है। राष्ट्र निर्माण में ग्राम विकास की प्रथम पंक्ति है, जिसके सर्वांगीण विकास की जिम्मेदारी विकास खण्ड की होती है, परन्तु ब्लाक सभागार में जगह जगह कूड़े के ढेर व गंदगी का अंबार लगा है। ब्लॉक मुख्यालय के दो इण्डिया मार्का नल खराब पड़े हैं, सामुदायिक शौचालय अनुपयोगी है, गंदगी का अंबार है, आवास जर्जर पड़े हैं। विभागीय अधिकारी नदारत रहते हैं। दूर दराज से आए ग्रामीण छोटे छोटे कार्यों के लिए भटकते रहते हैं। खण्ड विकास अधिकारी ब्लाक मुख्यालय पर भी नही रहते हैं। जिम्मेदार पूरी तरह अंजान बने हुए है, जब खुद ब्लाक मुख्यालय की तस्वीर यह है तो गांवों की तस्वीर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है।
ब्लॉक कछौना कार्यालय में फैली पड़ी गंदगी लोगों के लिए भले ही नासूर बनती जा रही हो, लेकिन अधिकारियों को गंदगी से कोई सरोकार नहीं है। गंदगी के कारण दुर्गंध फैल रही है। जिससे ब्लॉक परिसर में खड़ा होना भी मुश्किल हो रहा है। क्षेत्र पंचायत से बनाया गया शौचालयों की दशा बदतर है। कार्यालय में शौचालयों में कई माह से सफाई ही नहीं कराई गई। शौचालयों के पास जाना दुसबार हो रहा है। जगह जगह गंदे कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। शौचालयों के बाहर भयंकर गंद पटी पड़ी है। लोगों के लिए शौच करने के लिए बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों के कार्यालयों में शौचालय बने हुए हैं। यही कारण है कि उन्हें न तो जनता से कोई मतलब है और न ही ब्लॉक परिसर में बैठने व आने जाने वाले लोगों से। इतनी गन्दगी के बावजूद ब्लॉक प्रशासन ने सफाई करना मुनासिब नहीं समझा, लेकिन शौचालयों के बाहर पटी पड़ी गंदगी की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। आलम यह है कि अधिकारी गंदगी का तमाशा तो देख रहे हैं, लेकिन सफाई कराने में कोई रूचि नहीं ले रहे हैं। रेन वाटर हार्वे सिस्टम काफी समय से खराब पड़ा है।
पौधारोपण के लिए लगाए गए ट्री-गार्ड टूटे पड़े हैं, उनमें से पौधे गायब हैं।ज्यादातर कर्मचारी अपनी सीट से नदारद रहते हैं। जब कछौना ब्लॉक की यह हालत है, तो ग्रामीण क्षेत्र की क्या हालत होगी, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है। जबकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ स्वच्छता को लेकर बेहद गंभीर हैं। स्वच्छता जागरूकता रैलिया निकाली जा रही हैं, गोष्ठियां आयोजित की जा रही हैं ताकि स्वच्छता के प्रति जागरूक हो सके। ब्लॉक कार्यालय में ऐप पर पढ़ें बीडीओ, एडीओ पंचायत, क्लर्क व सचिव सहित सभी अधिकारी बैठते हैं। जिनके कंधों पर पूरे ब्लॉक क्षेत्र की जिम्मेदारी है। ऐसे में उनके ही कार्यालय में गंदगी की सफाई न हो पाना कहीं न कहीं प्रशासन की अनदेखी उजागर हो रही है।
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