• पुलिस ने सीजेएम कोर्ट के आदेश पर दर्ज की जालसाज़ी

हरदोई। खाड़ी देशों में नौकरी दिलाने वाले गिरोह ने बेरोज़गार से धोखाधड़ी करते हुए रुपये ऐंठ लिए और सऊदी अरब में किराना स्टोर पर नौकरी के लिए भेजा, लेकिन वहां नौकरी तो नहीं दी गई, बल्कि उससे बकरियां चरवाई गईं और बीच में ढ़ाई महीने बाद ही उसे वहां से भारत भेज दिया गया। पुलिस ने जब कोई ध्यान नहीं दिया तो मामला अदालत पहुंचा। जहां सीजेएम कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने जालसाज़ी और धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की है।

प्रतीकात्मक तस्वीर  

बताया गया है कि बिलग्राम कोतवाली के मैदानपुरा निवासी सज्जाद पुत्र शमशाद ने सीजेएम कोर्ट में दी अर्ज़ी में कहा था कि वह बेरोज़गार था। उसी दौरान बहराइच ज़िले के कटरहिया कैसरगंज निवासी शौकत पुत्र रमज़ान और बहराइच के लिए चौक बाज़ार जरवल रोड पर मेडिकल स्टोर करने वाले फैज़ अहमद से मुलाकात हुई। उन दोनों ने बताया कि वे खाड़ी देशों में नौकरी दिलाने का काम करते हैं। उन्होंने सऊदी अरब में किराना स्टोर पर नौकरी के नाम पर पहले 20 हज़ार और उसके बाद 52 हज़ार रुपये ले कर उसे 11 जुलाई 2022 को लखनऊ से दिल्ली और दिल्ली से रियाद (सऊदी अरब) रवाना कर दिया। जहां सज्जाद को नौकरी तो नहीं दी गई, बल्कि उससे वहां बकरियां चरवाई गईं। ढ़ाई महीने तक बेगारी कराने के बाद उसे कोई मेहनताना नहीं दिया गया, उसके बाद उसी साल 26 सितंबर को उसे भारत भेज दिया गया। सज्जाद ने इस तरह अपने साथ हुई जालसाज़ी और धोखाधड़ी के लिए पुलिस से शिकायत की, लेकिन उसने कोई ध्यान नहीं दिया। उसके बाद नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का शिकार हुए बेरोज़गार ने सीजेएम कोर्ट में अर्ज़ी दाखिल की। सीजेएम कोर्ट के आदेश पर बिलग्राम पुलिस ने शौकत और फैज़ अहमद के खिलाफ धारा 406/420 के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। मामले की जांच एसआई बिजेंद्र सिंह को सौंपी गई है।

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