• अपात्र और चाहेतों को दिए आवास, प्रधान के फर्जी हस्ताक्षर बनाकर प्रधान प्रतिनिधि और पूर्व सेक्रेटरी शामिल। 

शाहाबाद\हरदोई। तहसील शाहाबाद क्षेत्र के विकासखंड टोडरपुर ग्राम पंचायत मस्फाना ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कई अपात्रो को आवास दे दिए गए पूर्व सेक्रेटरी रही दिव्या सिंह और प्रधान प्रतिनिधि गौरव सिंह के द्वारा अपने चाहेतो को सरकारी आवास प्रदान किए गए। जबकि मस्फाना के प्रधान सियाराम है। लेकिन सियाराम की जगह उनका सारा काम गौरव सिंह ही करते हैं। चाहे मनरेगा का पैसा निकलना हो,आवास बांटना हो या जो भी सरकारी काम हो। एक तरीके से देखा जाए सियाराम मात्र नाम के प्रधान हैं। वहां की प्रधानी गौरव सिंह  चलाते हैं। 

वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत पीला महुआ में भी प्रधान रामकली है। लेकिन वहां के प्रधानी अपनी मर्जी से अतुल सिंह चलते हैं। पूर्व में सेक्रेटरी रही दिव्या सिंह सारी अनौपचारिकता पार करते हुए अपने मन माफिक प्रधान प्रतिनिधि से मिलकर काम करते रहे। इन ग्राम पंचायत में प्रधान सिर्फ नाम क्या है, उनका सारा कार्य प्रतिनिधि करते आ रहे हैं। मस्फाना प्रधान प्रतिनिधि गौरव सिंह सेक्रेटरी दिव्या सिंह के द्वारा जिस प्रकार से अपात्रों को आवास प्रदान किए गए उसमें ऐसा लगता है। उस ग्राम पंचायत में कोई पात्र ही नहीं किए सर्वे के अनुसार जिनके मकान पक्के बने हुए हैं दो मंजिल मकान है गाड़ी है कई एकड़ जमीन भी है उन्हें पात्र बना दिया गया। जो इस प्रकार है- 

  1. चंपा सिंह पत्नी छुन्नू सिंह जिनका पहले से ही पक्का मकान है खेती योग्य भूमि है और कपड़े की भी दुकान है। 
  2. शिवराज पुत्र मोती जो प्रधान प्रतिनिधि गौरव सिंह का नौकर है प्रधान प्रतिनिधि ने अपने नौकर का मकान अपने घर में बना लिया है जो स्वयं उसका उपयोग कर रहे हैं
  3. हर्षवर्धन सिंह पुत्र अरुण सिंह जो वर्तमान ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के ताऊ के लड़के हैं जो पहले से ही पक्का मकान और अच्छे धनाढ्य व्यक्ति हैं। 
  4. राजेंद्र सिंह पुत्र शिशुपाल सिंह इनका पहले से पक्का मकान बना हुआ है और चार एकड़ भूमिधर है। 
  5. कुसुम देवी उर्फ गीता पत्नी कुशमेर इनका पहले से दो मंजिल मकान बना हुआ है 
यही नहीं पूरी ग्राम पंचायत में अगर जांच की जाए तो और भी बहुत राज बाहर आएंगे। पूर्व सेक्रेटरी दिव्या सिंह और प्रधान प्रतिनिधि के द्वारा और भी बहुत बड़े-बड़े कार्य किए गए। जिसकी अभी तक शासन को कोई खबर भी नहीं लगी। ब्लॉक के अधिकारी व कर्मचारी मौन बैठे हुए हैं, पूर्व सेक्रेटरी के ट्रांसफर होने के बाद वर्तमान सेक्रेटरी सरिता के पहुंचने पर जब प्रधान प्रतिनिधियों के द्वारा सेक्रेटरी से अपात्र लोगों के तीसरी किस्त के लिए कहा गया तो सेक्रेटरी सरिता ने कहां यह सब अपात्र है। 

तब सभी लोगों ने मिलकर षड्यंत्र के तहत और राजनीतिक दबाव दिखाकर सेक्रेटरी सरित को ब्लॉक से हटाने की तैयारी करने लगे और कई तरीके के आरोप लगाकर इसकी वीडीओ से शिकायत की। इनकी शिकायत पर वीडीओ ने ए डी ओ पंचायत से जांच करवाई, जो असत्य पाई गई और राजनीतिक दबाव बनाना भी शुरू कर दिया और साथ ही पंचायत सहायक अनामिका सिंह को पंचायत भवन में प्रधान को बुलाने के बहाने से उनके पति को बाहर भेज कर उपस्थिति रजिस्टर पर अनुपस्थित कराकर फोटो खींचकर उन्हें हटाने के कोटि-कोटि प्रयास कर रहे हैं।  योगी जी कहते हैं ईमानदारी से काम करो लेकिन यहां की दबंगई और बढ़ावा दे रहे हैं। 

  • पीड़ितो ने आवास के लिए दुबारा लगाई अधिकारियों से गुहार।  

उपरोक्त बताया गया था कि तहसील शाहाबाद क्षेत्र के ब्लॉक टोंडरपुर की ग्राम पंचायत मस्फना रहने वाली राम सहेली शारदा अन्य आरोप लगाया कि मेरी ग्राम पंचायत में ग्राम प्रधान सियाराम है लेकिन प्रधानी का कार्य गौरव सिंह कर रहे हैं जो की पूर्व सेक्रेटरी रही दिव्या सिंह प्रधान का कार्य कर रहे गौरव सिंह ने मिलकर अपात्रो को प्रधानमंत्री आवास दे दिए और हमारे घरों में बरसात में पानी आता है छत कच्ची है कब गिर जाए हम लोग दब जाए इसका कोई भरोसा नहीं। 

शारदा ने बताया हमारे घर में पानी पड़ी है हमारे पास अंत्योदय कार्ड है फिर भी आज तक हमें ना तो आवास मिला और ना ही शौचालय मिले जो मौजूदा सेक्रेटरी आई है तो गरीबों का ध्यान रखती है और हमसे कहा कि हम आप लोगों को आवास जरूर देंगे। 

लेकिन प्रधान उनको देने नहीं दे रहे और उनका ट्रांसफर करवाने के लिए हर तरीके से षड्यंत्र रचते आ रहे हैं। इस मामले में पूर्व में भी जिलाधिकारी को भी शिकायत की गई लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले को लेकर पत्रकार के द्वारा vdo टोडरपुर से बात की गई, उन्होंने फोन तो रिसीव कर लिया। जब मस्फना के आवास को लेकर जानकारी लेनी चाही उसमें क्या हुआ क्या कार्रवाई हुई तो उन्होंने फोन काट दिया। इससे साफ लगता है इस आवास घोटाले में कहीं ना कहीं अधिकारी भी शामिल है। जब एक ग्राम पंचायत में अगर जांच नहीं की जा रही है अगर ब्लॉक टोंडापुर की समस्त ग्राम पंचायत की जांच की जाए तो सरकार ने जो शौचालय और आवास गरीबों के लिए भेजे हैं उनमें 80% गरीबों को न देकर अपात्र लोगों को दे दिए गए हैं। 

पीड़ित ने और क्या कुछ कहा जाने इस वीडियो मे- 

रिपोर्ट संजय मिश्रा आई एन ए न्यूज़ डेस्क हरदोई

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