........... डीएम बोले शासन को भेजी जाएगी ये रिपोर्ट
हरदोई। मदरसों में पंजीकृत छात्रों के आधार सत्यापन में 141 मदरसों में पंजिकृत छात्रों में 2400 बच्चे का कही रिकार्ड नही मिला है। ये वो बच्चे है जो सरकारी लाभ लेने के लिए या तो किसी दूसरे संस्थान में पढ़ते है या फिर इनका कोई अस्तित्व नही होता। फिलहाल रिपोर्ट आने के बाद डीएम ने रिपोर्ट शासन को भेजने की बात कही है।
दरअसल हरदोई जनपद में कुल 141 मदरसे संचालित है। जिनमे पिछले सत्र में 25944 बच्चे पंजीकृत थे। शासन के निर्देश थे कि सभी बच्चों को आधार से जोड़ा जाए जिससे बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्ति सीधे उनके खाते में पहुंच सके। जब इन सभी मदरसों के पंजीकृत बच्चों को आधार से जोड़ा गया है तब इनमें से 2400 बच्चे गायब मिले जिनका कोई अता-पता नहीं था। कई बार छात्र सरकारी लाभ लेने के लिए या तो दूसरे संस्थान में पढ़ते हैं या तो इनका कोई अस्तित्व नहीं होता है। भारत सरकार के यू डायस पोर्टल पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार जनपद में 141 मदरसों में 25944 विद्यार्थी पिछले वर्ष पंजीकृत थे आधार सत्यापन के बाद 31 अगस्त तक इन बच्चों की संख्या मैं कमी आई है और 2400 बच्चे गायब हैं जिनका कोई रिकॉर्ड नहीं मिल सका। जांच रिपोर्ट आने के बाद यह अंदेशा भी व्यक्त किया जा रहा है कि क्या इनमें कई छात्र छात्रवृत्ति का लाभ ले रहे थे।अल्पसख्यक विभाग की माने तो सालाना 1000 से 2700 रुपए तक बड़े व छोटे क्लास के बच्चों को दिए जाते हैं। अब सवाल यह उठता है कि अगर छात्रवृत्ति दी गई तो वह कौन लोग हैं जो इस छात्रवृत्ति का फायदा उठा रहे थे।जिला प्रशासन जल्द ही इन छात्रों का ब्यौरा शासन को सौपेगा।
जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने जानकारी देते हुए बताया के जनपद में जितने मदरसे हैं मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों के आधार को जोड़ने का कार्य किया गया था ।आज की डेट में 2400 स्टूडेंड ऐसे है जो अन आइडेंटिफाई है।विभाग उनकी जाच कर रहा है।जल्द ही वो शासन को रिपोर्ट भेजेंगे।
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