हरदोई। बीएड संघर्ष मोर्चा ने सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश को बर्खास्त करने की मांग करते हुए सांसद जयप्रकाश रावत को ज्ञापन सौंपा, जिसमें बीएड अभ्यर्थियों को (पीआरटी) प्राइमरी शिक्षक भर्ती की परीक्षाओं में बैठने से रोका गया है। संघर्ष मोर्चे का कहना है कि करोड़ों युवाओं का रोज़गार पाने का सपना चूर-चूर हो गया। सोमवार को उसी का विरोध करते हुए बीएड संघर्ष मोर्चा ने शहर में एक रैली निकाली। जिसमें युवाओं ने सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को गलत करार देते हुए अपना रोष जताया और उसी कड़ी में सांसद जय प्रकाश रावत को उनके आवास पर अपना दर्द बताते हुए ज्ञापन सौंपा, जिसमें सुप्रीम कोर्ट के आदेश को बर्खास्त कराने की मांग की।

बीएड संघर्ष मोर्चा के सदस्य उत्कर्ष पांडेय व सलिल मिश्रा ने सांसद को बताया कि अगर बीएड के विद्यार्थियों की बात को अपने संज्ञान लेकर उनकी मांगों को केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार तक पहुंचाए।कहा कि मुख्यमंत्री योगी के शासनकाल में युवाओं को रोज़गार देने की बराबर बात की जा रही है। लेकिन कोर्ट के इस आदेश में पढ़े-लिखे युवाओं के हाथ में फावड़ा देने का कार्य कर दिया है। बीएड अभ्यर्थियों को समझ में नहीं आ रहा है कि वह अपने सपनों को एवं अपने जीवन को अब कैसे आगे बढ़ाएंगे ? सभी युवाओं ने सांसद पर भरोसा जताते हुए कहा है कि उनकी इस बात को सदन में उठाकर कोर्ट के इस आदेश को संशोधित करा सकते हैं। इस पर सांसद जय प्रकाश ने सभी विद्यार्थियों को आश्वस्त किया कि वह उनकी बात को सरकार तक पहुंचाएंगे और पूरी कोशिश करेंगे कि कोर्ट के इस आदेश में संशोधन करके सभी बीएड धारकों को पीआरटी में परीक्षा देने की अनुमति दी जाए। इस दौरान प्रमुख रूप से भाजपा नेता प्रियम मिश्रा,रजनीश त्रिपाठी प्रदीप पाठक जितेन्द्र सिंह अमित वर्मा और बीएड संघर्ष मोर्चा के प्रमुख सदस्य उत्कर्ष पांडेय, सलिल मिश्र, कमल कांत दीक्षित,हिमांशू त्रिवेदी, आकाश द्विवेदी,हिमांशु मिश्र,शिवम वर्मा व कुलदीप के साथ-साथ सैकड़ो पीड़ित युवा मौजूद रहे। 

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