• जवाबदेही से बचने के लिए मुंह छिपाते फिर रहें हैं ज़िम्मेदार 

हरदोई। मेडिकल कालेज के महिला अस्पताल में भर्ती कराई गई एक और गर्भवती की मौत हो गई। आरोप है कि गर्भवती घंटों लेबर रूम के बाहर स्ट्रेचर पर पड़ी तड़पती रही, लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया‌‌। नतीजतन उसकी वहीं पर मौत हो गई। उसकी मौत पर वहां हंगामा होने लगा,इसी बीच डाक्टर अपनी कुर्सी छोड़ कर भाग निकले। इतना सब होने के बाद वहां के ज़िम्मेदार जवाबदेही से बचने के लिए इधर-उधर मुंह छिपाए फिर रहें हैं। सीएमएस डा.सुबोध कुमार का मोबाइल 'आउट अॉफ रेंज' बता रहा था।

बताया गया है कि बुधवार की देर रात को कोतवाली शहर के रामनगरिया निवासी शोभित की 23 वर्षीय पत्नी अर्चना के प्रसव पीड़ा हुई। जिस पर शोभित उसे महिला अस्पताल ले कर पहुंचा। जैसा कि बताया गया था कि डाक्टर सो रहे हैं, ड्यूटी रूम में बैठी स्टाफ नर्सों ने भी हाथ लगाना मुनासिब नहीं समझा। आरोप है कि अर्चना लेबर रूम के बाहर स्ट्रेचर पर पड़ी तड़पती रही, लेकिन किसी ने उसकी तरफ निगाह उठा कर भी नहीं देखा। इसके बाद रात के 3 बजे उसकी वहीं पर मौत हो गई। गर्भवती की मौत पर डाक्टर और स्टाफ नर्स की  लापरवाही का आरोप लगाते हुए वहां काफी हंगामा होने लगा। इसी बीच वहां के डाक्टर कुर्सी छोड़ कर भाग निकले। अर्चना की शादी करीब चार साल पहले हुई थी,उसका मायका कछेलिया थाना पाली में बताया गया है। बताया गया है कि अर्चना का पहला बच्चा था। इस बारे में जब सीएमएस डा.सुबोध कुमार से बात करनी चाही गई तो उनका मोबाइल 'आउट अॉफ रेंज' बोल रहा था। बताते चलें कि इससे पहले भी एक गर्भवती की मौत हुई थी, उसमें भी काफी बवाल हुआ था।इतना सब होने के बाद भी वहां के ज़िम्मेदार जवाबदेही से बचने के लिए इधर-उधर मुंह छिपाए घूम रहें हैं।

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