हरदोई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी रोहताश कुमार ने बताया है कि टीकाकरण से शिशुओं और बच्चों की मृत्यु दर में कमी लायी जा सकती है। जन-जन तक यह संदेश पहुंचाना बहुत जरूरी है कि टीका पूरी तरह सुरक्षित है और यह जान बचाता है। इसके साथ ही बच्चे को समय से टीका लगवाना चाहिए ताकि जाननलेवा बीमारियों से बचाव हो सके और उसमें समय से प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो सके। अभिभावकों को मातृ शिशु सुरक्षा (एमसीपी) कार्ड संभाल कर रखना चाहिए। उसमें बच्चे को लगाए गये टीकों का विवरण होता है। 


स्वास्थ्य कर्मी द्वारा मांगने पर उसे जरूर दिखाएं और स्वास्थ्य केंद्र पर जब भी जाएं तो एमसीपी कार्ड अवश्य लेकर जाएं। बच्चे के टीकों को लेकर किसी प्रकार का संशय होने पर स्वास्थ्य कर्मी से मिलें । उप जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. आर.के.सिंह ने जानकारी दी कि आईएमआई अभियान के तहत 3077 सत्रों का आयोजन कर शून्य से पाँच साल तक के 21,397 बच्चों और 6,152 गर्भवती का टीकाकरण किया जायेगा। शून्य से पाँच साल तक के बच्चों को 12 जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए 11 टीके लगाए जाते हैं। इसके साथ ही गर्भवती को टिटेनस और वयस्क डिप्थीरिया(टीडी) का टीका लगाया जाता है। स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी इंद्रभूषण सिंह ने बताया कि 12 जानलेवा बीमारियाँ हैं, जिसमें पोलियो, डिप्थीरिया, काली खांसी, गलघोंटू, खसरा, टीबी,  हेपेटाइटिस बी, जापानी  इंसेफेलाइटिस, निमोनिया, डायरिया, रूबेला और  टिटेनस।

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