हरदोई। शहर के सीएसएन पीजी कॉलेज में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अनन्य शहीद क्रांतिकारी चंद्रशेखर आज़ाद की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर कॉलेज के शिक्षकों और विद्यार्थियों ने आजाद की माल्यार्पण किया तथा उनके क्रांतिकारी विचारों को याद किया। कॉलेज में एनएसएस डॉ. जे. एस. चौहान ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन के ऐसे क्रांतिकारी थे जो आजीवन अपने शरीर और मन से गुलाम नहीं बनाए जा सके, वे अंग्रेज सरकार के दमनकारी कानूनों का हमेशा विरोध करते थे, उनको अंग्रेज कैद कर पाने में हमेशा असमर्थ रहे।
राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर डॉ. मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जीवन मूल्यों और आदर्शों ने प्रेरणा लेनी चाहिए। चंद्रशेखर आजाद युवा पीढ़ी के मार्गदर्शक हैं, जिन्होंने हमेशा ब्रिटिश साम्राज्य की औपनिवेशक मानसिकता का विरोध किया। इस अवसर पर बोलते हुए हिंदी विभाग के आचार्य डॉ. कुश कुमार ने कहा कि चंद्रशेखर आजाद ने केवल अंग्रेजी सत्ता के खिलाफ बगावत कर रहे थे बल्कि समाज के बंधे बधाए जड़ हो चुकी रूढ़ियों के भी खिलाफ थे, आजाद ने गैर बराबरी और जातीय भेदभाव के खिलाफ भी आवाज उठाई। इस अवसर पर डॉ. मणिपाल सिंह, डॉ. गोविंद सिंह एवं राम रईस उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अंकित पाठक ने किया।
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