हरदोई। जनपद के विकास खण्ड शाहाबाद के ग्राम शिरोमनगर के  बदहाल शमशान घाट की फोटो सामने आई है जो प्रशासनिक उदासीनता तथा नगर पंचायत प्रशासन की अदूरदर्शिता के चलते आज अपनी बदहाली को लेकर आंसू बहा रहा है। 

जबकि सरकार पंच परमेश्वर और मनरेगा जैसी योजनाओं के लिए लाखो खर्च करती है। सरकार द्वारा इन योजनाओं के तहत जहां हर वर्ष हर पंचायत में लाखों रुपयों का काम होता है लेकिन यह काम केवल कागजों तक सीमित रह जाता है। आज भी कई गांव ऐसे हैं जहां आज तक न तो शमशान घाट पर टीनशेड लगाया है न ही वहां तक पहुंचने के लिए रोड है। 

आपको बता दें की वही हाल विकास खण्ड शाहाबाद के ग्राम शिरोमनगर के शमशान घाट का है जहां पर बड़ी- बड़ी झाड़ियाँ, जंगल बन गया है जिसमे विषैले जीव कही भी छुप सकते है, गंदगी बेशुमार है बिना मुह मे कपड़ा लपेटे खड़े रहना मुश्किल है। यह शमशान घाट अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। जब की हर ग्राम मे सफाई कर्मी नियुक्त मनरेगा मे भी पंचायत को काम कराने का अधिकार फिर भी भवन जर्जर हालत मे, कमोवेश यही हाल प्रदेश के अन्य जिलों मे भी होगा। इस लिए ऐसे शमशान घाटों का निरीक्षण कर उनके उचित रख रखाव हेतु समुचित कदम उठाये, ताकि आम जनता को परेशानियाँ न उठानी पड़े। 

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