हरदोई। उत्तर प्रदेश राजनीति में एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला। पूर्व सांसद अंशुल वर्मा ने भाजपा मे घर वापसी करली है। पूर्व सांसद समेत नगर पालिका प्रत्याशी के अलावा अन्य लोगों ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी के अलावा उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक व केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। वर्ष 2014 में भाजपा के टिकट पर हरदोई सदर से सांसद बने अंशुल वर्मा ने आज एक बार फिर भाजपा का दामन थामा है। अंशुल वर्मा 2019 में भाजपा से लोकसभा का टिकट ना मिलने से नाराज थे जिसके चलते उन्होंने प्रदेश कार्यालय के चौकीदार को अपना इस्तीफा सौंपा था और समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे।
हालांकि समाजवादी पार्टी में भी अंशुल वर्मा को लोकसभा का टिकट नहीं मिला था बीते कुछ महीनों से लगातार अंशुल वर्मा के भाजपा में शामिल होने की अटकलें बढ़ गई थी लेकिन अब उनका अटकलों को विराम लग गया है। एक बार फिर अंशुल वर्मा भाजपाई हो गए हैं।अंशुल वर्मा के साथ बहुजन समाजवादी पार्टी से 2023 में नगर पालिका अध्यक्ष हरदोई पद के लिए चुनाव लड़े दीपांशु तिवारी भी बसपा का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हो गए हैं। अंशुल वर्मा ने आज लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय पर भाजपा को ज्वाइन किया।
भाजपा ज्वाइन करते हुए अंशुल वर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी उनका घर है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सानिध्य में भारतीय जनता पार्टी देश में विकास का कार्य कर रही है। आज देश में चारों और विकास देखने को मिल रहा है। पूर्व सांसद अंशुल वर्मा ने प्रदेश कार्यालय पर भाजपा ज्वाइन करने के बाद केंद्रीय नेतृत्व व प्रदेश नेतृत्व समेत संगठन का आभार व्यक्त किया। सांसद रहते हुए भी अंशुल वर्मा ने जनपद के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत कराई थी जिसमें सबसे महत्वपूर्ण हरदोई को मेडिकल कॉलेज की सौगात थी। अंशुल वर्मा ने कहा कि वह जल्द ही हरदोई आएंगे और क्षेत्र की जनता के साथ एक बार पुनः समन्वय स्थापित करेंगे। वर्मा के भाजपा ज्वाइन करते ही चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। चर्चा यह है कि वह लोकसभा हरदोई से भाजपा के उम्मीदवार हो सकते हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हुए इस घटनाक्रम को लोग चुनाव के नजरिए से देख रहे हैं।
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