हरदोई। केन्द्रीय विद्यालय हरदोई में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर जनपद स्तरीय प्रेस कान्फ्रेन्स का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से नवोदय विद्यालय हरदोई के प्राचार्य पी०के० शुक्ला, बेसिक शिक्षा अधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में सीमा गौतम, खण्ड शिक्षा अधिकारी सुरसा, डायट प्रवक्ता युवराज सिंह मौजूद रहे। प्राचार्य मोहम्मद राशिद ने प्रेस वार्ता में बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एक समावेशी एवं लचीली नीति है, इसमें औपचारिक शिक्षा 03 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले बच्चों से शुरू हो रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं शिक्षा का अधिकार अधिनियम- 2009 को लागू करते हुए कक्षा एक में प्रवेश 06 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 121वीं सदी की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए यह शिक्षा नीति तैयार की गई है। 

प्राचार्य ने बताया कि बच्चों को पूर्व प्राथमिक कक्षाओं जिसे आंगनवाड़ी भी कह सकते हैं में दाखिला दिया जा रहा है साथ ही एफएलएन अर्थात मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मकता पर भी जोर दिया जा रहा है। प्राचार्य मोहम्मद राशिद ने कहा कि निपुण भारत योजना के तहत जो लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं उनको प्राप्त करने हेतु पूर्ण योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है। नई शिक्षा नीति के प्रावधानों के तहत बाल-वाटिका का संचालन कई केंद्रीय विद्यालयों में हो रहा है, जिसमें 03 वर्ष से ऊपर के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं। केंद्रीय विद्यालय संगठन द्वारा आधारभूत स्तर के लिए एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रुपरेखा का पालन किया जा रहा है। साथ-साथ कौशल विकास योजना के तहत इस विद्यालय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को एक विषय के रूप में पढ़ाया जा रहा है।

क्या है के०वि०एस० 

  • स्थल प्राचार्य ने केन्द्रीय विद्यालय के अब तक के सफर तथा उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। संगठन प्रारम्भ में 20 रेजीमेंटल स्कूल से प्रारम्भ होकर अब तक 1250 केन्द्रीय विद्यालय देश तथा तीन अन्य देशों जैसे मास्को, काठमांडू व तेहरान तक विस्तार कर चुका है, जिनमें लगभग 14 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत है। केन्द्रीय विद्यालय देश में स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर शिक्षा परिणाम एवं सेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। 
प्राचार्य ने केन्द्रीय विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की बताई उपलब्धियों- 

बालवाटिका 

  • नई शिक्षा नीति के तहत बालवाटिका- 3 (5 से 6 वर्ष की आयु वर्ग) कक्षा प्रारम्भ की गई। सत्र 2022-23 में 50 तथा सत्र 2023-24 में 450 मिलाकर कुल 500 विद्यालयों में बालवाटिका की कक्षायें प्रारम्भ की गई है।

निपुण भारत अभियान 

  • इसके अंतर्गत छात्रों को मूलभूत साक्षरता एवं अंकज्ञान सुनिश्चित कराया जा रहा है तथा नियमिति अंतराल पर सरकार द्वारा निर्धारित निपुण लक्ष्य के सापेक्ष इसकी समीक्षा भी की जाती है।

विद्या प्रवेश 

  • कक्षा एक में प्रवेश पाये छात्रों को तीन माह का विद्या प्रवेश कोर्स कराया जाता है, जिसमें छात्रों को पूर्व साक्षरता, पूर्व अंक ज्ञान और अन्य सामाजिक आदतों का विकास किया जाता है।
नेशनल करीकुलम फ्रेमवर्क फॉर फाउंडेशनेल स्टेल- 

  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुपालन में एनसीईआरटी के द्वारा नेशनल करीकुलम फ्रेमवर्क में पहली बार 3 वर्ष से 8 वर्ष के छात्रो हेतु पाठ्यक्रम विकसित किया गया है। जादुई पिटारा पिटारा नाम से ऑनलाइन कोर्स मैटेरियल तैयार किया गया है ।
स्किल सब्जेक्ट 

  • के०वि०एस० ने व्यवसायिक शिक्षा को गति देने के उद्देश्य ये आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस को कक्षा 8 से शुरू किया है। साथ ही लगभग 228 के०वि० में स्किल हब के माध्यम से ड्राप आउट छात्रो को कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के प्री- वोकेशनल कोर्सस जैसे कार्पेन्ट्री, इलेक्ट्रीशियप, पॉटरी इत्यादि का प्रशिक्षण भी विद्यालय स्तर पर दिया जा रहा है।

अभिभावक हितधारक

  • शिक्षक अभिभावक समिति के माध्यम से विद्यालय में आयोजित होने वाली बैठकों में अभिभावकों से प्राप्त सुझावों को अमल में लाने का प्रयास किया जा रहा है।

शिक्षकों के लिये बदलते हुये परिवेश हेतु प्रशिक्षण 

  • केन्द्रीय विद्यालय संगठन अपने पांच प्रशिक्षण संस्थानों तथा 25 क्षेत्रीय कार्यालयों के माध्यम से विषय संवर्धन कार्यशालाऐं, सेवाकालीन प्रशिक्षण आदि निरन्तर दिये जा रहे है। आवश्यकता पड़ने पर के०वि० संगठन, सीबीएसई, एनसीईआरटी एवं अन्य हितधारकों द्वारा ऑनलाइन प्रशिक्षण में भी विद्यालय के प्राचार्य एवं शिक्षकगण प्रतिभाग करते है।

विद्यांजली पोर्टल- 

  • यह पोर्टल कम्युनिटी / वालन्टियर मैनेजमेण्ट कार्यक्रम है। जिसमें विभिन्न कम्युनिटी / वालन्टियर्स अपनी पसंद से सीधे स्कूल से जुड़कर स्कूल योगदान देते है। वर्तमान में सभी 1250 के०वि० विद्यांजली पोर्टल पर पर पंजीकृत है। तथा विभिन्न तरह का योगदान जैसे असेट्स, सामग्री, उपकरण, विषय सहायता, व्यवसायिक प्रशिक्षण, कैरियर काउंसलिंग कार्यक्रम आदि विभिन्न कम्युनिटी / वालन्टियर्स से प्राप्त कर रहें है।

•पीएम ई विद्या

  • वन नेशन वन डिजिटल प्लेटफार्म फॉर एजूकेशन पहल के अंतर्गत यह एक व्यापक पहल है इसमें ऑनलाइन शिक्षा मल्टीमोड में उपलब्ध है। इसमें दीक्षा पोर्टल, 6600 पाठ्यपुस्तक, 3.17 लाख ई कंटेंट, 36 भाषाओं ( 29 भारतीय और 7 विदेशी) आदि शामिल है। इसे प्रतिदिन 2.2 करोड़ से भी ज्यादा बार देखा जा रहा है। इसके अंतर्गज 12 स्वयं प्रभा टीवी चैनल, जोकि वन क्लास वन टीवी चैनल के अंतर्गत लांच किया गया है, जिसमें 7000 से अधिक कार्यक्रम, रेडियो ब्राडकास्टिंग, मोबाइल पॉडकास्ट के द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है।
पीएम श्री 

  • के०वि०सं० के कुछ विद्यालयों के साथ-साथ यह विद्यालय भी पीएमश्री योजना में भी चयनित हुआ है, जिससे विद्यालय का चहुमुंखी विकास होगा, इस हेतु विद्यालय को 1.049 करोड़ की राशि विमुक्त की जायेगी। इस योजना से पीएमश्री विद्यालय मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किये जायेंग। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सभी कंपोनेंट पीएमश्री विद्यालय में दिखाई देंगे। देशभर के 14500 पीएमश्री योजना से आच्छादित विद्यालय से लाखो विद्यार्थियों को लाभ प्राप्त होगा।

छात्रो हेतु बेहतर शैक्षणिक वातावरण 

  • के०वि०एस० अपने विद्यालयों के संसाधनों को विकसित करने और छात्रों हेतु उनके अनुकूल शैक्षणिक वातावरण उपलब्ध कराने हेतु प्रतिबद्ध है। इसके अंतर्गत नई कक्षाओं, प्रयोगशालों का निर्माण कर रहा है तथा डिजिटल संसाधनों जैसे कि ई बुक्स, और अन्य ऑनलाइन शैक्षणिक प्लेटफार्म्स को उपलब्ध करा रहा है-
  • के०वि०एस० ने 12347 ई- कक्षाओं की स्थापना के साथ, डेस्कटॉप, लैपटाप, इंटरनेट, और वाईफाई कनेक्टिविटी उपलब्ध कराई है।
  • 2310 ई लर्निंग साल्यूशंस 238 विद्यालयों में उपलब्ध कराये गये है। इन विद्यालयों मल्टीमीडिया प्रोजेक्टर टेबलेट के साथ उपलब्ध कराये गये है।
  • के०वि०एस० में कुल 340 अटल टिंकरिंग प्रयोगशालायें अटल इन्नोवेशन मिशन के तहत भारत सरकार ने स्थापित की है। जिनमें विद्यालय के छात्र नये नये प्रयोग कर अपना ज्ञानवर्धन करते हुये नवाचार कर रहे है।

वृक्षारोपण 

  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की तीसरी वर्षगांठ के अवसर पर विद्यालय में वृहद वृक्षारोपण भी किया गया। जिसमें अतिथियों एवं छात्रों नें लगभग 300 पौधे विद्यालय परिसर में विद्यालय प्रांगण को हरित एवं शीतल बनाने के उद्देश्य से लगाये। अंत में प्राचार्य मोहम्मद राशिद ने सभी आंगतुको एपं प्रेस / मीडिया कर्मियों को धन्यवाद करते हुये सम्मानित किया।


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