हरदोई। ब्लॉक शाहाबाद के अंतर्गत ग्राम पंचायत गहोरा में सीमेंट-कांक्रीट रोड निर्माण में जरूरी मापदंडों को दरकिनार किया जा रहा है। इंजीनियरिंग मैनुअल में इसके माप तय हैं, लेकिन वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्यों में इनकी खुली अवहेलना की जा रही है, जिसकी वजह से गाँव में बनने वाली सीसी रोड  भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती नजर आ रही है।

मामला गहोरा ग्राम पंचायत में प्राइमरी स्कूल के पास से बन रही सीसी रोड के मामले में देखने में आ रहा है। यहां पर सड़क का निर्माण में मोटाई मानक से कम,खड़ंजे पर सीधे रूप से सीसी डालते हुए देखा जा सकता है। मिक्सर ग्राइंडर पर नजर डालने से देखा गया कि तय माप से कम सीमेंट का उपयोग किया जा रहा है।

  • गायब हो गई पॉलीथिन

सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण मेें जमीन के नीचे पॉलीथिन बिछाने की अनिवार्यता है और इसकी लागत ठेके में शामिल रहती है, लेकिन यहां बन रही सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण के पहले पॉलीथिन का उपयोग नहीं किया गया है। पॉलीथिन की अनिवार्यता इसलिए रखी गई है ताकि पानी पॉलीथिन पर बना रहे, उसे जमीन न सोख पाए, जिससे मसाले की गुणवत्ता बनी रहे। प्रधान द्वारा इस बिंदु को भी नजरअंदाज किया गया है।

  • रेत-कांक्रीट में सीमेंट कम मिलाने से हो उखड़ जाती है सीसी 

गाँव में बनने वाली सीमेंट-कांक्रीट सड़क निर्माण के कुछ माह में ही जर्जर होने के पीछे की यही कहानी है कि रेत,गिट्टी का मसाला तय माप अनुसार ग्राइंडर में न डालकर दुगना डाला जाता है जिससे सीमेंट की क्षमता आधी बचती है। गावों में जितने भी सीसी रोड निर्माण किए जा रहे हैं वह माप पुस्तिका के अनुसार निर्धारित रेशे पर नहीं किए जा रहे हैं। बाइव्रेट मशीन का तो एक दम इस्तेमाल ही नही किया जाता।

  • ग्रामीणों में घटिया सीसी को लेकर आक्रोश

ग्रामीणों ने गाँव में बन रही सीसी के बिषय पर बात करने पर बताया कि जो कुछ बन रहा है ठीक ही है कौन बुराई मोल ले। प्रधान को तो गाँव में विकास से कोई लेना देना है, जो भी कार्य कराये जाते हैँ वह प्रधान प्रतिनिधि द्वारा कराये जाते हैं गाँव के प्रधान रामलोटन तो प्रतिनिधि के कठपुतली मात्र हैं।

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