कछौना\हरदोई। भारत देश की पहचान राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ का अनावरण उत्तर प्रदेश के  राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी  ने थाना कछौना के उसरहा गाँव में किया। इस कार्यक्रम में संडीला विधायिका अलका सिंह अर्कवंशी ,कन्नौज के जिला पंचायत अध्यक्ष ,जिला उपाध्याय सिद्ध प्रताप मौर्य, भदंत शांति मित्र ,नीरज कुशवाहा, कमलेश मौर्य, डा0 छत्रपाल मौर्य, प्रयागराज फाफामऊ से ब्लाक प्रमुख सुधीर मौर्य, मौर्य बंधुत्व क्लब उत्तर प्रदेश के पदाधिकारी पर्वतारोही अभिनीत, विपिन, संदीप मौर्य, रामभजन, संस्थापक भंते बुद्ध शरण व सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। 

अशोक स्तंभ भारत के राष्ट्रीय मुद्रा से लेकर सभी सरकारी व लगाया जाता है। इस अशोक स्तंभ की ऊंचाई 35 फीट है। सम्राट अशोक मौर्य ने अपने शाशन काल के दौरान 84000 स्तम्भों का निर्माण करवाया था। संवैधानिक रूप से भारत सरकार ने 26 जनवरी, 1950 को राष्ट्रीय चिन्ह के तौर पर अशोक स्तंभ को अपनाया था क्योंकि इसे शासन, संस्कृति और शांति का सबसे बड़ा प्रतीक माना गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद भवन की नई बिल्डिंग की छत पर करीब 20 फीट ऊंचे कांसे के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ का अनावरण किया। 

मंत्री ने कहा सम्राट अशोक मौर्य ने अखंड भारत का निर्माण किया था, हम सभी को अपने इतिहास पढ़ने व दोहराने की आवश्यकता है। अशोक स्तंभ में एक चौबीस तीलियों का चक्र होता है जो हम सब को यह संदेश देता है, कि हमे चौबीसों घंटे प्रगति की और प्रयासरत रहना चाहिए। विधायिका ने अशोक महान के कलिंग युद्ध के बारे में बताया कि जो युद्ध हम लोग हथियारों से नहीं जीत सकते उसको केवल  भगवान बुद्ध के सुविचारो से जीता जा सकता है। 

Post a Comment

Previous Post Next Post