हरदोई। नगर पालिका परिषद, शाहाबाद की सीमा विस्तार के पश्चात विकास खण्ड शाहाबाद के 17 गावों के क्षेत्र पंचायत सदस्यों अस्तित्व समाप्त हो गया है।परंतु जिला पंचायत राज अधिकारी ,हरदोई एवं खण्ड विकास अधिकारी के मनमाने रवैए के चलते क्षेत्र पंचायत समिति,शहाबाद बदहाली के दौर से गुजर रही है।
क्षेत्र पंचायत सदस्यों का आरोप है कि बी डी सी मेंबर्स को उनके कार्यकाल का हर बैठक में सम्मिलित रहने भत्ता तक खण्ड विकास अधिकारी, शाहाबाद द्वारा अभी तक नहीं दिया गया।विकास खण्ड शाहाबाद भ्रष्टाचार के चलते कोई नियम कायदे का पालन नहीं हो रहा है। शासकीय एवं जिला प्रशासन के निर्देशों की घोर अवहेलना हो रही है।विकास खण्ड शाहाबाद के वार्ड नंबर सात,आठ,नौ, साठ, चौसठ, पैंसठ, छाछठ, अरसठ, पच्चासी,छियासी, सत्तासी और अठ्ठासी आदि के क्षेत्र पंचायत सदस्यों के नगर पालिका परिषद, शाहाबाद में शामिल हो जाने से उन गावों का अस्तित्व समाप्त होने के साथ क्षेत्र पंचायत सदस्यों की सदस्यता भी समाप्त हो गई है। हसनापुर क्षेत्र पंचायत सदस्य नवनीत गुप्ता ने उच्चाधिकारियों को दिए शिकायती पत्र में अवगत कराया है कि विकास खण्ड शाहाबाद की क्षेत्र पंचायत समिति के अध्यक्ष/प्रमुख त्रिपुरेश मिश्र उधरनपुर वार्ड नंबर 09 से वर्ष 2021 में क्षेत्र पंचायत सदस्य चुने गए थे।तथा वार्ड नौ के बी डी सी मेंबर रहते क्षेत्र पंचायत समिति के अध्यक्ष चुने गए।वर्ष 2022 में बिना इस्तीफा दिए , उधरनपुर की वोटर लिस्ट के आधार पर वार्ड नंबर 60 आगमपुर से पुनः त्रिपुरेश मिश्र ने चुनाव लड़ा और जीता। उन्होने अभी तक कहीं से भी क्षेत्र पंचायत सदस्य पद से इस्तीफा नहीं दिया तथा विधि विरूद्ध तरीके प्रमुख के पद पर काबिज हैं।और अवैध रूप से भुगतान निकाल रहे हैं।इसलिए वर्तमान ब्लॉक प्रमुख के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाए। इन हालातों में क्षेत्र पंचायत समिति, शाहाबाद के पुनर्गठन की महती आवश्यकता उत्पन्न हो गई।जिला प्रशासन किमकर्तव्यविमूढ़ बना हुआ है।
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