हरदोई। प्रधानमंत्री ने देश से क्षय(टीबी) उन्मूलन का लक्ष्य वर्ष 2025 निर्धारित किया है। उत्तर प्रदेश सरकार इस लक्ष्य को समय से प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित है, इसी क्रम में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 15 मई से 21 कार्य दिवसों तक विशेष अभियान चलाकर क्षय रोगी खोजे जाएंगे। इस संबंध में शासन द्वारा संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए गए है।


जिला क्षय रोग अधिकारी डा. देश दीपक पाल ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर क्षय रोगियों के चिन्हींकरण, जांच, उपचार, निक्षय पोषण योजना के तहत राशि का सीधे बैंक में ट्रांसफर, काउंसलिंग एवं मनोसामाजिक सहयोग प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका अपेक्षित है। जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 301 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर हैं। इस अभियान में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) की भूमिका अहम है। अभियान में आशा कार्यकर्ता और एएनएम का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अभियान ग्रामीण क्षेत्रों में हाई रिस्क एरिया में चलाया जाएगा। ऐसे क्षेत्र जो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से दूर हों और जहां पिछले दो सालों में अधिक टीबी रोगी या कोविड रोगी चिन्हित हुए हों, प्रत्येक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर हर सप्ताह तीन-तीन शिविर लगाए जाएंगे। शिविर से पहले आशा कार्यकर्ता और एएनएम अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर क्षय रोग के लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित किया जाएगा। आशा कार्यकर्ता और एएनएम शिविर वाले दिन चिन्हित व्यक्तियों को शिविर पर लाकर जहां पर उनके बलगम को एकत्र कर जांच के लिए भेजा जाएगा। जांच पॉजीटिव आने पर तुरंत ही मरीज का नोटिफिकेशन कर इलाज शुरू कर दिया जाएगा। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम(एनटीईपी) के जिला समन्वयक महेंद्र कुमार यादव ने क्षय रोग के लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यदि किसी भी वयक्ति को यह लक्षण है तो क्षय रोग हो सकता है क्षय रोग के लक्षण हैं-दो हफ्ते से ज्यादा खांसी आना, वजन में कमी आना, रात में पसीना आना, बलगम में खून आना।

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