हरदोई। पिंकू,बिन्नू और लुक्का, जजवासी गांव के रहने वाले इन तीनों के बीच दांत काटी दोस्ती थी। कहने को तो तीन थे और पेशा भी अलग-अलग था, लेकिन फिर भी उनकी हर बात एक होती थी। कहीं आना-जाना हो या उठना-बैठना,सब कुछ साथ-साथ ही होता था।इसे इत्तेफाक ही कहेंगे कि तीनों की साथ-साथ रहते हुए हादसे में मौत हुई और उनकी साथ-साथ चिताएं भी जली। हादसे के बाद सिर्फ उन्ही के घरों में नहीं, बल्कि पूरे गांव में मातम बरपा है।

बताते चलें कि साण्डी थाने के जजवासी गांव निवासी अनिल सिंह उर्फ पिंकू मझिया गन्ना खरीद केन्द्र पर चौकीदारी करता था। जबकि विनीत सिंह उर्फ बिन्नू खेती-बाड़ी कर अपने बच्चों का पेट पाल रहा था। वहीं राजवीर उर्फ लुक्का खेती-बाड़ी के साथ-साथ दिल्ली जा कर वहां किसी प्राइवेट कंपनी में काम करता था। वह शनिवार को ही दिल्ली से वापस गांव आया हुआ था। लुक्का को गांव में देख कर उसके दोनों दोस्त काफी खुश हो गए। जैसा कि बताते हैं कि उसी खुशी में तीनों ने पार्टी की। कुछ लोगों का कहना है कि तीनों पहले जलालपुर में हुई पार्टी में शामिल हुए और वहीं से मस्ती करने के बाद वापस घर लौट रहे थे। उसी बीच अचानक हुए सड़क हादसे में उन तीनों की मौत हो गई। रात दूसरी पहर में दाखिल होने वाली थी,उसी बीच हुए हादसे की खबर ने खलबली मचा दी। जिसने भी सुना वही दौड़ पड़ा। पुलिस ने शव को अपने कब्ज़े में लेते हुए उसका पोस्टमार्टम कराया है। रविवार शाम ढलने से पहले ही तीनों शवो को गांव ले जाया गया,तो वहां पहले से इकट्ठा भीड़ दौड़ पड़ी। उसके बाद तीनों दोस्तों की एक ही ठिकाने से अर्थियां उठी और गांव के दूसरे छोर पर एक ही साथ तीनों की चिताओं को आग दी गई। एक ही गांव के तीन-तीन लोगों की एक साथ हुई मौत की खबर सुन कर हर कोई सदमें में दिख रहा था, वहीं कुछ ऐसा लग रहा था कि मानों पूरा गांव ही फूट-फूट कर रो रहा था ‌

  • शायद कुदरत को भी पसंद आया दोस्ताना 

हरदोई। साण्डी रोड पर जजवासी के अनिल सिंह उर्फ पिंकू सिंह अपनी मेहनत की कमाई से बच्चों की परवरिश कर रहा था। पत्नी के अलावा उसके तीन बच्चे हैं। जबकि विनीत उर्फ बिन्नू के परिवार में पत्नी के अलावा उसके दो बच्चे हैं। वहीं दो भाइयों में बड़े राजवीर उर्फ लुक्का की शादी नहीं हो सकी थी। वह ज़्यादातर दिल्ली में ही रहता था, लेकिन जब वापस गांव आता था,तो तीनों दोस्त एक पल के लिए भी अलग नहीं होते थे। शायद कुदरत को भी उनकी दोस्ती ऐसी पसंद आ गई कि साथ-साथ रहने वाले तीनों दोस्तों की साथ-साथ मौत हुई और एक ही साथ चिताएं भी जली।

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