• डायट प्राचार्य का स्थानांतरण अत्यंत भावुक पल- बीएसए विनीता

हरदोई। डायट में शनिवार को समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी, एआरपी, एसआरजी एवं डायट मेन्टर्स की फरवरी माह की मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ। पूर्व डायट प्राचार्य एवं वर्तमान जिला विद्यालय निरीक्षक  लखनऊ द्वितीय पद पर कार्य कर रहे रावेंद्र सिंह बघेल की उपस्थिति रही। बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ विनीता ने भी प्रतिभाग कर अपना मार्गदर्शन दिया। जिला समन्वयक प्रशिक्षण राकेश शुक्ला द्वारा प्रेषित निपुण भारत मॉनीटरिंग सेन्टर डैशबोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर डायट प्रवक्ता मुनीश मोहम्मद द्वारा विभिन्न ब्लॉकों की स्थिति से अवगत कराया गया। 

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ विनीता ने कहा कि सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के दौरान यदि किसी विद्यालय में कोई समस्या मिलती है तो सम्बन्धित खण्ड शिक्षा अधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए उसका निराकरण किया जाय। हमारे स्तर से भी हर एक सम्भव प्रयास किया जायेगा कि किसी को कोई असुविधा न हो। निपुण भारत मिशन के सफल क्रियान्वयन के लिए हमें योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना होगा। डी सी ट्रेनिंग राकेश शुक्ला ने कहा कि सहयोगात्मक पर्यवेक्षण के दौरान समस्त एआरपी अपने गुणवत्ता ऐप पर जो डाटा भरते है उसको पूर्ण ईमानदारी से भरें। यदि डाटा भरने के मामले में किसी ब्लॉक में कोई विसंगति पायी जाती है तो सम्बन्धित एआरपी का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जायेगा। राज्य स्तर से प्रेषित निपुण तालिकाओ पर अप्रैल माह से कार्य करना है। राज्य संसाधन समूह सदस्य आशीष कुमार मिश्र ने कहा कि संदर्शिका का प्रयोग अवश्य करना है एवं लेसन प्लान आधारित शिक्षण कार्य के लिए प्रेरित किया। डायट प्राचार्य रावेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि समस्त एआरपी अपने भरे हुए डाटा का एकसाथ बैठकर विश्लेषण अवश्य करें। यदि कहीं पर कोई चीज़ पूर्ण नहीं हो पा रही है तो सम्बन्धित विद्यालय से सम्पर्क कर उनकी समस्या का निदान करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि उनका स्थानांतरण जिला विद्यालय निरीक्षक पद पर जरूर हो गया है लेकिन किसी भी एआरपी को यदि समस्या होती है तो वह उनसे संपर्क कर सकता है। वह डायट हरदोई को सेंटर फॉर ऐक्सीलेन्स बनाकर एक मॉडल डायट के रूप में विकसित करना चाह रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि फिर मौका मिला तो इस प्रोजेक्ट को अवश्य पूरा करेंगे। हम लोग जो पुनीत कार्य कर रहे हैं वह बच्चों के भविष्य से जुड़ा हुआ है जिस पर आने वाले भारत की नींव टिकी होगी। अब डायट प्राचार्य का कार्य देख रहे योगेंद्र ने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता बढाने की जिम्मेदारी हम सभी की है जिसको हर हाल में पूर्ण करना है। अंत मे लोगों ने डायट प्राचार्य रह चुके रावेंद्र सिंह को स्मृति चिन्ह देकर उनके कार्यकाल की सराहना की। वास्तव में ऐसा व्यक्ति मिलना बहुत मुश्किल है। बैठक में प्रमुख रूप से बी ई ओ टड़ियावां शिव सिंह, बी ई ओ अहिरोरी उदय भान, बी ई ओ कछौना शशांक, बी ई ओ हरियावां राजेश राम, बी ई ओ शाहाबाद अनिल झा, बी ई ओ बावन संजीव भारतीय, डायट मेन्टर उमेश चंद्र, डायट मेन्टर शिखा, डायट मेन्टर आशा यादव, डायट मेन्टर सौरभ मौर्य, डायट मेन्टर चतुर्भुज नारायण, डायट मेन्टर मुनीश मोहम्मद, एसआरजी आशीष मिश्र, एसआरजी शशांक मिश्र एवं एआरपी अभिषेक मिश्र, एआरपी विवेक गुप्ता, एआरपी बीना वर्मा, एआरपी रुचि शुक्ला, एआरपी विवेक मिश्र, एआरपी निरुपमा, एआरपी जी एस सिंह, एआरपी दीप्ति त्रिवेदी, एआरपी राममूर्ति, एआरपी लाल बहादुर, एआरपी रजनीश, एआरपी संजय, एआरपी देवांश, एआरपी सुनील आदि लोग उपस्थित रहे।

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