कछौना\हरदोई। वर्तमान समय में ग्राम सभाओं में वैवाहिक कार्यक्रम के लिए कोई सामुदायिक भवन न होने के कारण ग्रामीणों के सामने वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न कराने के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है, क्योंकि परिषदीय विद्यालयों में बेहतर शिक्षा के लिए बरात/सांस्कृतिक कार्यक्रम कराने के लिए प्रतिबंध है। अधिकांश ग्राम सभाओं में सामुदायिक भवन नहीं है, कुछ समय पूर्व की सरकारों ने ग्राम सभाओं में सामुदायिक भवन बनाए गए थे। जिनमें ग्रामसभा में खुली बैठकें, संस्कृतिक कार्यक्रम संपन्न करा सकते हैं।
अधिकांश ग्राम सभाओं में कई सार्वजनिक भवन, बरात घर, मिनी सचिवालय जर्जर व छतिग्रस्त पड़े हैं। सर्दी गर्मी बरसात में खुले आसमान के कारण लोगों को काफी असुविधा होती है। ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण कस्बा व शहर में गेस्ट हाउस व लॉन बुक करने में समर्थ नहीं है। ग्राम प्रधानों ने बताया ग्रामीणों की विशेष मांग हैं कि सरकार को पहल करते हुए प्रत्येक ग्रामों में बरात घर/सामुदायिक भवन खुलवाया जाए। जिससे ग्रामीणों को सांस्कृतिक वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न कराने में सहूलियत मिल सके। ग्राम सभाओं के पास आवश्यक धनराशि न होने के कारण बरात घर सामुदायिक केंद्र नहीं बन पा रहे हैं। ग्राम सभाओं में बारात घर/सामुदायिक केंद्र बनाए जाने की पुरजोर मांग है। वहीं कुछ ग्राम सभाओं में पूर्व की सरकारों में जो सार्वजनिक भवन बनाए गए हैं वह रख रखाव के अभाव में पूरी तरह से जर्जर हो चुके हैं, उनका शीघ्र जीर्णोद्धार कराया जाए।
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