हरदोई। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र देते हुए बताया है कि मेरा परिवर एक तथाकथित पत्रकार की वजह से उजड़ रहा है और कहा पता नहीं पत्रकार को क्या मिल जाएगा मेरा घर तोड़ने से उसको क्या फायदा हो रहा है साहब हमारा बसा बसाया घर बचा लीजिए।
क्या है पूरा मामला
बताते चले कि शोहिता पुत्री रामनरेश निवासी बिजगवा थाना बेहटा गोकुल ने 13-3-2023 को महिला थाना में अपने पति नीरज व ससुर के विरुद्ध प्रार्थना पत्र दिया था।
प्रार्थना पत्र को संज्ञान में लेते हुए महिला कोतवाल राम सुखारी सिंह ने दोनों पक्षों को कोतवाली महिला हरदोई बुलाया था दोनों पक्षों की आपसी बातों को सुनकर नतीजा सुलह समझौता पर आ गया था और दोनों पक्षों ने हां मैं सहमत भी कर ली थी और लिखा पढ़ी के अनुसार हस्ताक्षर भी कर दिए थे। उसी समय पत्रकार राम लखन गौतम वहां आए और नीरज को बाहर बुला ले गए, उसके बाद नीरज अंदर आया और कहने लगा मैं लड़की को यहां से सीधे दिल्ली ले जाऊंगा घर नहीं ले जाऊंगा। अगर जाना है तो सीधे दिल्ली चले इस पश्चात लड़की पक्ष के लोगों ने कहा कि लड़की को पहले घर ले जाओ। इसी बात को लेकर महिला कोतवाल राम सुखारी सिंह ने भी पति नीरज से कहा लड़की को एक-दो दिन के लिए घर ले जाओ उसके बाद दिल्ली लेकर चले जाना।
लेकिन पति नीरज पत्रकार की बातों में आकर अपनी जिद पर अड़ा रहा। इसके बाद लड़की के पिता ने कहा अगर सीधे दिल्ली जाओगे और लड़की को कुछ हो गया तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। इस बात को लेकर बहुत ही उट-पटांग बोलने लगा। महिला कोतवाली में बैठे मौजूद लोगों ने भी उसको समझाया। लेकिन वह किसी की नहीं सुना और बाहर जाकर महिला कोतवाल राम सुखारी पर दबाव बनाने के लिए पत्रकार राम लखन गौतम ने उससे वीडियो बनाइए और राम सुखारी पर₹20000 मांगे जाने और थप्पड़ मारने का आरोप लगाया।
इस बात को लेकर उसकी पत्नी शोहीता से पूछा गया तो उसने बताया जो आरोप लगे हैं वह सब निराधार हैं और झूठे हैं अगर हम पति नीरज के साथ सीधे दिल्ली चले गए और वहां मेरी जान और माल को कोई खतरा हुआ तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। इस बात को ध्यान रख कर मैंने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया है। जिस पत्रकार के द्वारा मेरा घर उजाड़ वाया जा रहा है उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए और मेरे पति नीरज और ससुर के विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई की जाए जिससे किसी की जिंदगी बर्बाद ना हो।
जब पत्रकार के द्वारा गहनता से छानबीन की गई तो पाया गया तत्पश्चात बाहर से आए पत्रकार ने पीड़िता के पति का हाथ पकड़कर बाहर ले गया, फिर जैसा उसे पढ़ाया वैसा ही उसने बोल दिया। क्या फरियादियों के साथ जैसा पत्रकार चाहेंगे वैसा न्याय होगा। यहां पर तानाशाही रवैया पत्रकार का देखा गया है। एक पति पत्नी के रिश्ते को भी तोड़ दिया गया है। लोग एक लड़की का रिश्ता जोड़ने का प्रयास करते हैं यहां कथित पत्रकार के द्वारा तोड़ दिया गया। ऐसे पत्रकारों की वजह से पूरे समाज के पत्रकारों की छवि धूमिल होती है ऐसे पत्रकारों पर कार्रवाई की जाए जिससे किसी भी गरीब लड़की का परिवार ना तोड़ा जाए।
लड़की ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है कि मेरा घर बस रहा था पत्रकार राम लखन गौतम की वजह से मेरा घर टूट रहा है साहब मेरा घर टूटने से बचा लीजिए पता नहीं पत्रकार को क्या मिल जाएगा मेरा घर तोड़ने से उसको क्या फायदा हो रहा है साहब हमारा बसा बसाया घर बचा लीजिए।
पीड़िता व उसके पिता
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