कछौना\हरदोई। एक तरफ योगी सरकार गौवंशो को पूर्ण रूप से सुरक्षा देने का दावा करती है, वहीं जमीनी स्तर पर गोवंशो पर अत्याचार रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। कहीं गोवंशो को कौवे कुत्ते नोचते हुए पाए जाते हैं तो कहीं नदी में व तालाबों में तैरते हुए शव पाए जाते हैं। ऐसा ही एक मामला सई नदी में एक दर्जन से अधिक शव तैरते मिले, गौवंशो में सड़न की दुर्गंध के कारण राहगीरों का व किसानों का निकलना मुश्किल हो रहा है। 

प्रतीकात्मक तस्वीर

कुरसठ से कछौना जाने के लिए परौली होकर जाना पड़ता है। परौली और बाड़ के बीच में स्थित सई नदी का पुल है। पुल के नीचे एक दर्जन से अधिक गौवंशो के शव तैरते हुए देखे जा रहे हैं। प्रश्न यह उठता है की आखिरकार इतनी ज्यादा संख्या में गोवंश आए तो आए कहां से हैं। सरकार को गोवंशो की सुरक्षा को लेकर कड़े कानून बनाने की आवश्यकता है अन्यथा गोवंशो के ऊपर इसी तरह से अत्याचार होता रहेगा।

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