विजयलक्ष्मी सिंह   एडिटर-इन-चीफ

UPSC क्लियर कर IAS अधिकारी बनना हर कैंडिडेट का सपना होता है, लेकिन चुनिंदा लोगों को ही इसमें कामयाबी हासिल हो पाती है। लेकिन अल्मोड़ा की सौम्या गुरुरानी उन कैंडिडेट्स के लिए बड़ी प्रेरणा हैं जो यूपीएससी परीक्षा में एक-दो बार असफल होने पर हिम्मत हारने लगते हैं। सौम्या ने अपने जीवन के 6 साल इस परीक्षा को पास करने में लगा दिए पर आईएएस बनकर ही दम लिया। आज प्रयागराज की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सौम्या गुरुरानी को मुख्य विकास अधिकारी हरदोई नियुक्त किया गया है। 

सौम्या गुरुरानी, मुख्य विकास अधिकारी 

कौन है सौम्या गुरुरानी 

सौम्या गुरुरानी का परिवार मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा का रहने वाला है। उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई भी यहीं से ही हुई है। स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद साल 2013 में उन्होंने ग्रेजुएशन भी पूरा कर लिया था। सौम्या बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार थीं। इसलिए उनका परिवार चाहता था कि वह एक बार यूपीएससी परीक्षा जरूर दें। हालांकि सौम्या को भी पता था कि ये परीक्षा इतनी आसान नहीं है और इसके लिए काफी मेहनत चाहिए होती है। उन्होंने अपनी तैयारी शुरू की और शुरुआत के दो प्रायस में उन्हें असफलता हासिल हुई। उसके बाद अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी एग्जाम तो क्लियर कर लिया था, लेकिन उनका सपना तो सिर्फ आईएएस बनने का था। यही वजह थी कि उन्होंने IPS मिलने के बाद भी दोबारा एग्जाम दिया और UPSC 2018 AIR 30वीं रैंक प्राप्त कर आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया।

सौम्या गुरुरानी अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता ओर गुरुजनों को देते हुए कहती है कि असफलता इस राह मे एक अनुभव मात्र है जिनसे बिना घबराए अपने सपनों के क्रम पथ पर सदैव चलते रहना चाहिए। व्यक्ति को कभी भी निराश नहीं होना चाहिए ओर ना ही निराशा भरे माहौल मे रहना चाहिए। 

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