विजयलक्ष्मी सिंह   एडिटर-इन-चीफ

  • ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिए ग्राम पंचायतों का लाखों रुपए आवंटित किए गए हैं। 
  • 21 लाख रुपए से अधिक धनराशि का हो गया बंदरबाट धरातल पर 1 रुपया भी नहीं लगा।
  • हरपालपुर विकास खंड की पलिया कीरतपुर ग्राम पंचायत का मामला 

हरदोई। स्वच्छ भारत मिशन फेज टू को लेकर भले ही गांव गांव स्वच्छता की मुहिम शुरू की गई हो, पर योजना के क्रियान्वयन के जिम्मेदार ही योजना को पलीता लगाने से नहीं गुरेज कर रहे हैं। योजना के तहत आवंटित लाखों रुपए के बजट को खर्च करने में जम कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। 

इस कीचड़ भरे रास्ते से गुजरते है ग्रामीण दूसरी तरफ सड़क बनी नाली

जनपद में एस॰एल॰डब्लू॰एम॰(Solid and Liquid Waste Management) के तहत चयनित गांव के प्रधान व सचिव ने कोई कार्य करवाए बिना ही अनुमन्य कार्यों के लिए आवंटित तकरीबन 21 लाख रुपए से अधिक की धनराशि निकाल कर बैंक खाता खाली कर दिया। ग्राम पंचायतों को साफ़ बनाने के लिए शहरों की तर्ज पर ठोस एवं तरल अपशिष्ठ प्रबंधन के लिए सरकार ने खजाने के दरवाजे खोल रखे हैं। योजना के तहत चिन्हित ग्राम पंचायतों का आबादी-क्षेत्र के अनुसार तैयार कार्ययोजना के तहत 20 लाख से लेकर एक करोड़ रुपए तक की धनराशि आवंटित की गई है। पर जिम्मेदारों की सख्त निगहबानी न होने के चलते योजना को अमलीजामा पहनाने वालों ने ही पलीता लगाना शुरू कर दिया है। 

गंदगी से बजबजाती हुई नालियां और शो पीस बनी नाली पाइप 

ताजा मामला हरपालपुर विकास खंड की पलिया कीरतपुर ग्राम पंचायत का है, प्रधान कमला यादव व सचिव सुजीत ने कोई भी कार्य करवाए बिना, नियमों का धता बता कर एक दिन में 18 लाख से अधिक धनराशि निकाल ली। बेखोफ प्रधान सचिव ने तीन दिन में 21 लाख रुपए ऐ अधिक निकाल कर तीन दिन में पूरा बैंक खाता ही खाली कर दिया। बैंक स्टेटमेंट के मुताबिक आठ जनवरी को 177960 रुपए, 435686 रुपए, 142016 रुपए, 213840 रुपए, 374930 रुपए, 142926 रुपए, 302004 रुपए सहित कुल 17 लाख 90 हजार रुपए से अधिक धनराशि निकाली गई। वहीं 12 जनवरी को 195933 व 14 जनवरी को 139788 रुपए निकाल कर बैंक खाता खाली कर दिया। आरोप हैं, बेधड़क प्रधान व सचिव ने बिना कोई कार्य करवाए ही एस॰एल॰डब्लू॰एम॰ (Solid and Liquid Waste Management) के लिए आवंटित 21 लाख 25 हजार से अधिक के सरकारी धन का वारा न्यारा कर लिया। यह हाल तब है, जबकि शासन से संबधित कार्य को पूर्ण करवाने व उसका मूल्यांकन करवाने के बाद ही धनराशि निर्गत करने के सख्त निर्देश हैं।

सड़क पर भरा नाली का गंदा पानी 
  • अनुमन्य कार्य होते तो बदल जाती गांव की सूरत। 

ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के लिए ग्राम पंचायतों का लाखों रुपए आवंटित किए गए हैं। पलिया कीरतपुर का भी 21 लाख रुपए से अधिक धनराशि गांव में आवश्यकतानुसार सोक पिट, कम्पास्ट पिट, नाली निर्माण, नाली मरम्मत, नाली कक्ष, आरआरसी थे।

नालियों का पानी सड़क पर बहता हुआ, अभी ये हाल है बरसात में क्या हाल होगा
  • अनियमित तरीके से हुए भुगतान की होगी जांच- जिलाधिकारी 

वहीं इस मामले को लेकर जिलाधिकारी  मंगला प्रसाद सिंह ने कहा है कि जो अनियमित तरीके से भुगतान किए गए है और सेंटर बनाने के साथ ही कचरा ढुलाई के लिए ई रिक्शा क्रय किए जाने के लिए आवंटित किए जाने के मामले की जांच करवाई जाएगी, जांच के फिर कमी पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

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