विजयलक्ष्मी सिंह (एडिटर-इन-चीफ)
टोंडरपुर\हरदोई। हरियाली के नाम पर खर्च किए गए करोड़ो रुपए भले ही चमन को हरा भरा न कर पा रहे हों, पर साहब और उनके मुलाजिमों की जेब जरूर गर्म हो रही है। पौधरोपण के नाम पर लाखों खर्च करने वाले साहब-मुलाजिम और जनता के प्रतिनिधि एक बार पौधरोपण कर दोबारा उस ओर निहारते भी नहीं है। आलम यह है कि लाखों करोड़ो खर्च करने के बावजूद इक्का दुक्का पेड़ काम की गवाही देते नजर आते हैं।
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आलमनगर ग्राम पंचायत में पौधरोपण की स्याह तस्वीर |
पौधरोपण की हकीकत जाननी है तो जनपद की किसी भी ग्राम पंचायत चले आइए, अपवाद छोड़ दें तो शायद ही कोई ऐसी ग्राम पंचायत मिलेगी जहां दस फीसदी पौधे बच सके हो। टोंडरपुर ब्लॉक क्षेत्र की आलमनगर ग्राम पंचायत में आलमनगर से झाला तक जाने वाली सड़क पर किया गया पौधरोपण योजना की हकीकत बयां कर रहा है। पौधरोपण के नाम पर केवल मनरेगा सीआईबी लगा हुआ है जो बता रहा है।
बीते वर्ष पौधरोपण के नाम पर कितने लाख रुपए खर्च किए गए थे। यहां एक भी पौधा नहीं है जो पौधरोपण के नाम पर किए गए सरकारी धन के खर्च को जायज ठहरा सके।
आई एन ए हरदोई डेस्क